हमारा उद्देश्य :

बैसवारा शोध संस्थान का उद्देश्य हिंदी साहित्य के समग्र विकास हेतु एक ऐसा सशक्त मंच प्रदान करना है जो शोध, सृजन और साहित्यिक संवाद को प्रोत्साहित करे। विशेष रूप से नवगीत विधा को केंद्र में रखकर, हम भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों, सामाजिक चेतना, और मानवीय संवेदनाओं को साहित्य के माध्यम से उजागर करने का कार्य कर रहे हैं। हमारा प्रयास है कि साहित्य सिर्फ पुस्तकालयों तक सीमित न रहे, बल्कि जनमानस तक पहुंचे और समाज को दिशा देने का माध्यम बने। यह संस्थान डॉ. ओ.पी. सिंह जैसे अनुभवी साहित्यकार की दूरदृष्टि और साधना से प्रेरित होकर साहित्यिक चेतना का प्रसार कर रहा है। हम नवोदित लेखकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों को मार्गदर्शन, प्रोत्साहन और मंच प्रदान कर उन्हें हिंदी साहित्य की विविध विधाओं में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करते हैं। हमारा मानना है कि क्षेत्रीय साहित्य की महत्ता को पहचान देना ही राष्ट्रीय साहित्य को समृद्ध करना है। हमारी मिशन यह भी है कि बैसवारा क्षेत्र की ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक विरासत को संरक्षित किया जाए और उसे समकालीन संदर्भों में प्रस्तुत किया जाए। साहित्य के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने, भाषा की सौंदर्यता को बनाए रखने, और आने वाली पीढ़ियों को साहित्य से जोड़ने की दिशा में हमारा प्रयास सतत चलता रहेगा।